
विंग कमांडर को मिलती है इतनी सैलरी, 8वें वेतन आयोग के बाद आएगा इतना ज़्यादा पैसा
ध्यान देने वाली बात यह है कि कोई भी व्यक्ति सीधे विंग कमांडर की पोस्ट पर भर्ती नहीं हो सकता। पहले उसे एयरफोर्स में अधिकारी के रूप में शामिल होना पड़ता है। फिर समय के साथ अनुभव और प्रोमोशन के आधार पर उसे विंग कमांडर का पद प्राप्त होता है।
भारत की सरहदों की रक्षा के लिए थल सेना, जल सेना और वायु सेना मिलकर काम करती हैं। इनमें वायु सेना का रोल सबसे अहम होता है। जब भी दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देना होता है, तो वायु सेना आसमान से हमला कर दुश्मन के होश उड़ा देती है। बमबारी हो या घर में घुसकर वार करना हो, वायु सेना हमेशा तैयार रहती है।
भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर एक उच्च पद होता है, जो सीनियर अधिकारियों की श्रेणी में आता है। यह पद 12A पे लेवल में शामिल है। 7वें वेतन आयोग के अनुसार, विंग कमांडर का मासिक बेसिक वेतन 1,21,200 रुपये से शुरू होकर 2,12,400 रुपये तक जाता है।
इसके अलावा, फ्लाइंग अलाउंस, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस, मेडिकल अलाउंस, किट मेंटेनेंस और एजुकेशन अलाउंस जैसे कई भत्ते मिलते हैं। इन सबको मिलाकर कुल सैलरी 1.5 लाख रुपये से 2.5 लाख रुपये प्रति माह तक पहुंच सकती है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी हो सकती है। 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें साल 2026 या 2027 में लागू की जा सकती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार फिटमेंट फैक्टर को 1.92 से बढ़ाकर 2.86 तक किया जा सकता है। इसका सीधा असर कर्मचारियों के बेसिक पे पर पड़ेगा, जिसमें 14% से 19% तक की बढ़ोतरी संभव है। इससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनधारकों को सीधा फायदा मिलेगा।
अगर किसी कर्मचारी का मौजूदा बेसिक पे ₹1,21,200 है और फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो नया बेसिक पे बढ़कर करीब ₹1,38,000 हो सकता है। इसके अलावा, महंगाई भत्ता (DA), HRA और अन्य अलाउंस में भी इजाफा हो सकता है, जिससे कुल वेतन में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी, इसका अंतिम फैसला सरकार द्वारा लिया जाएगा। फिलहाल इस पर कोई स्पष्ट आंकड़ा सामने नहीं आया है। सही जानकारी 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद ही मिल सकेगी। ऐसे में कर्मचारी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें कितनी सैलरी बढ़ोतरी मिलेगी।