
PM Kisan + मानधन : बुढ़ापे में हर साल 42,000 रुपये कमाई, जेब से नहीं लगेगा एक भी पैसा, किसानों के लिए सरकार की खास पहल
PM Kisan News : पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम में 20वीं किस्त अब आने ही वाली है. अगर आप किसान हैं और आपने रजिस्ट्रेशन कराया है तो आधिकारिक वेबसाइट पर लिस्ट में अपना नाम चेक कर सकते हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत 20वीं किस्त अब जल्द ही किसानों के खाते में ट्रांसफर होने वाली है। अगर आप एक पात्र किसान हैं और आपने योजना के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया है, तो यह जरूरी है कि आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लाभार्थियों की लिस्ट में अपना नाम जरूर चेक करें। अगर किसी वजह से आपका नाम लिस्ट में नहीं दिखाई दे रहा है, तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं जानकारी देने में कोई त्रुटि रह गई है। ऐसे में आपको तुरंत यह जांचना चाहिए कि आपने सभी जरूरी दस्तावेज सही ढंग से अपलोड किए हैं या नहीं, आपका आधार कार्ड और बैंक अकाउंट लिंक है या नहीं, और e-KYC पूरा हुआ है या नहीं। जिस भी हिस्से में गलती है, उसे सही करा लें, ताकि आप योजना की अगली किस्त से वंचित न रह जाएं और समय पर इसका पूरा लाभ उठा सकें।
कई किसान पीएम किसान योजना का नियमित लाभ तो ले रहे हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि यह स्कीम उनके लिए भविष्य में और भी अधिक फायदेमंद साबित हो सकती है। अगर आपने पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन कराया है और हर साल ₹6000 की सहायता पा रहे हैं, तो आप इसके साथ प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से भी जुड़कर अपने बुढ़ापे को आर्थिक रूप से सुरक्षित बना सकते हैं। इस योजना के तहत अगर आप 18 से 40 वर्ष की उम्र के बीच हैं और हर महीने 55 से 200 रुपये तक का अंशदान करते हैं, तो 60 साल की उम्र के बाद आपको हर महीने ₹3000 यानी सालाना ₹36,000 की पेंशन मिलती है। अगर आप पीएम किसान योजना से मिलने वाले ₹6000 में से सीधे इस पेंशन योजना में योगदान करते हैं, तो आपको अलग से जेब से पैसा देने की जरूरत भी नहीं होगी। ऐसे में 60 की उम्र के बाद आपको पीएम किसान से सालाना ₹6000 और मानधन योजना से ₹36,000 मिलाकर कुल ₹42,000 सालाना की गारंटीड आय मिल सकती है। यही वजह है कि अगर आप पहले से ही पीएम किसान का लाभ ले रहे हैं, तो मानधन योजना से जुड़कर आप अपने बुढ़ापे को सुरक्षित और सम्मानजनक बना सकते हैं।
क्या है ये नियम
असल में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों के अनुसार अगर आप इसके लाभार्थी हैं, तो आपको पीएम किसान मानधन योजना में भी आसानी से जोड़ा जा सकता है। यह योजना किसानों के लिए एक पेंशन स्कीम है, जिसमें अब तक करीब 20 लाख किसान रजिस्टर हो चुके हैं। इस स्कीम के तहत किसान को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने ₹3000 यानी सालाना ₹36,000 पेंशन मिलती है। इस योजना में 18 से 40 साल तक की उम्र का कोई भी किसान रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।
अंशदान भी सरकारी पैसों से
पीएम किसान के खाताधारकों को किसान मानधन योजना में एक बड़ा फायदा यह मिलता है कि उनका रजिस्ट्रेशन बिना किसी अतिरिक्त कागजी प्रक्रिया के आसानी से हो सकता है। इस पेंशन स्कीम में जो मासिक अंशदान देना होता है, वह भी किसानों को अपनी जेब से नहीं देना पड़ता। यह रकम सीधे पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली ₹6000 की सहायता से कट जाती है। इसके लिए किसान को पहले एक फॉर्म भरकर अनुमति देनी होती है, जिसमें यह बताया जाता है कि अंशदान की राशि उसी सहायता से काटी जाए
कितना पैसा कटेगा किस्त से
पीएम किसान मानधन योजना में अंशदान की रकम काफी मामूली है। 18 से 40 साल के किसानों को इसमें हर महीने सिर्फ 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक का अंशदान करना होता है। यानी पूरे साल में कम से कम 660 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 2400 रुपये अंशदान देना होता है। जबकि पीएम किसान योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक मदद मिलती है, जिससे यह अंशदान आसानी से कट सकता है और किसान को जेब से कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता।
60 साल के बाद घर बैठे रेगुलर इनकम
जो किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं, उन्हें हर साल ₹6000 की मदद मिलती है। अगर यही किसान प्रधानमंत्री किसान मानधन पेंशन योजना से भी जुड़ते हैं, तो 60 साल की उम्र के बाद उन्हें हर साल ₹36,000 की पेंशन भी मिलने लगेगी। ऐसे में कुल मिलाकर सालाना ₹42,000 की सीधी आमदनी हो जाएगी। खास बात यह है कि 60 की उम्र के बाद इस पेंशन योजना में अंशदान देना भी बंद हो जाता है, और किसान को आजीवन हर महीने ₹3000 की पेंशन मिलती रहती है।