सिर्फ 17 साल की प्लानिंग में कैसे बनेगा 2 करोड़ फंड, समझें SIP का परफेक्ट 8-4-3-2 फॉर्मूला

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Accumulate big corpus quickly : अगर नौकरी और रिटायरमेंट की उम्र के लिए तय किए गए टारगेट के बीच 17 से 18 साल का गैप बचा है तो आप कंपाउंडिंग के 8-4-3-2 रूल का फायदा उठाकर अपना फाइनेंशियन फ्यूचर बेहतरीन कर सकते हैं.

SIP perfect formula to quickly save Rs 2 crore : अक्सर ऐसा होता है कि लोग जल्दी रिटायरमेंट तो चाहते हैं, लेकिन पैसों की पूरी तैयारी न होने की वजह से ये सपना अधूरा रह जाता है। आम धारणा यही है कि रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए 25 से 30 साल का लंबा वक्त चाहिए। लेकिन अगर आपकी नौकरी और रिटायरमेंट के बीच करीब 17 से 18 साल का समय बचा है, तो आप इस दौरान कंपाउंडिंग के 8-4-3-2 रूल को अपनाकर अपने फाइनेंशियल फ्यूचर को मजबूत बना सकते हैं। इस रणनीति में SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का स्मार्ट फॉर्मूला काम आता है, जो धीरे-धीरे आपकी पूंजी को बड़ा आकार दे सकता है।

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कंपाउंडिंग में 8-4-3-2 का नियम

अगर आप अपने पैसे को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं तो कंपाउंडिंग के 8-4-3-2 नियम को समझना बहुत जरूरी है। इस नियम के मुताबिक निवेश को चार चरणों में बांटा जाता है। पहला चरण 8 साल का होता है, जिसमें आपका निवेश स्थिर रहता है और धीरे-धीरे आधार बनता है। दूसरा चरण 4 साल का होता है, जिसमें पहले की तुलना में रिटर्न थोड़ा तेज मिलने लगता है। इसके बाद तीसरा और चौथा चरण 3 साल और 2 साल के होते हैं, जहां कंपाउंडिंग का असली असर नजर आता है। इन आखिरी सालों में ग्रोथ की रफ्तार तेजी से बढ़ती है और निवेश की वैल्यू 2 से 3 गुना तक हो सकती है। यानी जितना समय आगे बढ़ता है, उतना ही निवेश पर फायदा बढ़ता जाता है। इसे कैलकुलेशन के जरिए और भी अच्छे से समझा जा सकता है।

पहला फेज : 1 से 8 साल तक निवेश 

मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये 
निवेश की कुल अवधि : 8 साल
8 साल में कुल SIP अमाउंट : 28,80,000 रुपये 
8 साल बाद SIP की कुल वैल्‍यू : 48,45,797 रुपये (48.46 लाख रुपये)

दूसरा फेज : 1 से 12 साल तक निवेश

मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये 
निवेश की कुल अवधि : 12 साल
12 साल में कुल SIP अमाउंट : 43,20,000 रुपये 
12 साल बाद SIP की कुल वैल्‍यू : 96,67,565 रुपये (96.68 लाख रुपये)

तीसरा फेज : 1 से 15 साल तक निवेश

मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये 
निवेश की कुल अवधि : 15 साल
15 साल में कुल SIP अमाउंट : 54,00,000 रुपये 
15 साल बाद SIP की कुल वैल्‍यू : 1,51,37,280 रुपये (1.51 करोड़ रुपये)

चौथा फेज : 1 से 17 साल तक निवेश

मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये 
निवेश की कुल अवधि : 17 साल
17 साल में कुल SIP अमाउंट : 61,20,000 रुपये 
17 साल बाद SIP की कुल वैल्‍यू : 2,00,37,625 रुपये (2 करोड़ रुपये)

कंपाउंडिंग ने कैसे किया काम?

यहां से साफ समझा जा सकता है कि कंपाउंडिंग कैसे असर दिखाती है। पहले 8 साल में करीब ₹48.50 लाख का फंड बना, लेकिन इसके बाद ग्रोथ की रफ्तार तेजी से बढ़ी। अगले सिर्फ 4 साल में ही कॉर्पस में ₹48 लाख और जुड़ गए। फिर 3 साल में ₹54 लाख का इजाफा हुआ और आखिरी 2 साल में तो सीधे ₹50 लाख की बढ़ोतरी हो गई। यानी शुरुआत में ग्रोथ धीमी दिखती है, लेकिन जैसे-जैसे वक्त बढ़ता है, कंपाउंडिंग की ताकत तेजी से फंड को बड़ा बना देती है, जो रिटायरमेंट के लिए मजबूत कॉर्पस तैयार करने में मदद करती है।

(Source : FundsIndia, SIP Calculator)

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